मेरी गलतियों की वजह से हुई मेरी किडनी खराब

नमस्कार, मेरा गौरव श्रीवास्तव है और मैं दिल्ली के करीब गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूँ। कुछ साल पहले मेरी किडनी हाई ब्लड प्रेशर की वजह से खराब हो रही थी। जब मेरी किडनी खराब हुई तो मुझे उस दौरान बहुत सी शारीरिक समस्याएँ रहने लगी, जिसकी वजह से मैं खुद तो काफी परेशान था ही साथ में घर वाले भी काफी परेशान थे। मैंने अपनी किडनी को ठीक करने के लिए डॉक्टर की सलाह मानते हुए कई महीनों तक डायलिसिस भी करवाया था, पर उससे भी मुझे कोई फायदा नहीं मिला उल्टा हालत और भी ज्यादा खराब हो गई थी। मेरी हालत इतनी ज्यादा खराब हो चुकी थी कि डॉक्टर ने मुझसे किडनी ट्रांसप्लांट करवाने के लिए कह दिया था। पर मैं मुझे इस बारे में जानकारी मिल चुकी थी कि ये ऑपरेशन सफल होने के बहुत कम चांस होते हैं, जिसकी वजह से मैंने इसके लिए तुरंत ही इंकार कर दिया और इस बात से समझौता कर लिया कि डायलिसिस ही मेरी जिंदगी है। लेकिन शायद भगवान को कुछ और ही मंजूर था और मैं डॉ. पुनीत धवन से उपचार लेने से ठीक हो गया।


 Kidney Treatment in Ayurveda

मेरी किडनी हाई ब्लड प्रेशर की वजह से खराब हुई थी जिससे मैं बीते 10 सालों से परेशान चल रहा था। मुझे हाई ब्लड प्रेशर की समस्या बाहर का ज्यादा खाने और शराब पीने की वजह से हुई थी। मैं पेशे से एक प्रोपर्टी डीलर हूँ, जिसकी वजह से मुझे अक्सर काम के सिलसिले में घर से बाहर ही रहना पड़ाता था और बाहर तेज मसालों में बना हुआ खाना ही लेना पड़ता था और शाम को शराब तो जरूर ही होती थी। शुरुआत में तो मैं बहुत कम शराब पीया करता था लेकिन बाद में मैं शराब का आदि बनता चलता गया जिसकी वजह से मेरा ब्लड प्रेशर हाई रहने लग गया। एक बार जब मेरा ब्लड प्रेशर काफी हाई हो गया तो मुझे हॉस्पिटल में एडमिट होना पड़ा, जहाँ डॉक्टर ने मुझे अपने खाने-पीने में बदलाव करने की सलाह दी। मैंने कुछ समय के लिए तो अपने खाने पीने में बदलाव किये लेकिन बाद में फिर वही पुरानी दिनचर्या में आ गया। अब मैंने जब एक बार से शराब पीना शुरू कर दिया तो डॉक्टर ने मुझे ब्लड प्रेशर के लिए दवाएं लेने की सलाह दी ताकि ये समस्या आगे ना बढ़े और साथ में परहेज करने के लिए भी कहा। मैंने डॉक्टर की सलाह मानते हुए ब्लड प्रेशर की दवाएं लेनी तो शुरू कर दी पर मैंने इस दौरान अपने खाने पीने में कोई बदलाव नहीं किया जिसकी वजह से मेरा ब्लड प्रेशर इतना ज्यादा हाई होने लगा कि मुझे कई बार हॉस्पिटल में एडमिट होना पड़ा। मैं अपनी समस्या को बड़े हल्के में ले रहा था पर मेरा शरीर नहीं और इस बारे में मुझे भी जानकारी थी कि शराब पीने से किडनी खराब होती है पर फिर भी मैंने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया।

किडनी खराब होने की पुष्टि होने के कुछ हफ़्तों पहले से मेरी तबियत अचानक से खराब रहने लग गई थी। किडनी खराब होने की खबर लगने के दो हफ्ते पहले मुझ कई शारीरिक सम्स्याने रहने लगी थी, जिनको समझ पाना मेरे लिए बहुत मुश्किल था। एक दिन मैंने देखा कि मेरे पैरों में काफी सूजना आई हुई है, जिसकी वजह से मुझे चलने में काफी परेशानी हो रही थी। मेरे पैरों से जब तक सूजन जाती तब तक मुझे पेशाब आना लगभग-लगभग बंद हो गया, मुझे जब भी पेशाब आता तो काफी जलन होने लगती। इसके अलावा पेशाब से बदबू भी आने लगी थी और पेशाब का रंग भी लाल होता जा रहा था। इन्हीं दिनों मुझे तेज बुखार रहने लगा, दिन में कई बार उल्टियाँ आने लगी, भूख लगनी बंद हो गई। मैं इन सभी समस्याओं की वजह से काफी कमजोर हो चूका था दवाएं लेने पर भी कोई आराम नहीं मिल रहा था। लगातार खराब होती हालत को देखते हुए डॉक्टर ने मुझे हॉस्पिटल में ही एडमिट कर लिया और जल्द से जल्द कई टेस्ट करवाने के लिए कहा। मैंने डॉक्टर की सलाह मानते हुए उसी दिन सभी टेस्ट करवाए और रिपोर्ट्स आते ही उन्हें डॉक्टर को दिखाया। मेरी रिपोर्ट्स देखने के बाद डॉक्टर ने मुझे बताया कि दरअसल हाई ब्लड प्रेशर, ज्यादा दवाएं लेने और बाहर का ज्यादा खाना खाने की वजह से मेरी किडनी खराब हो चुकी है इसी वजह से मुझे ये सभी समस्याएं हो रही है। डॉक्टर ने मुझे आगे बताया कि अब मुझे ठीक होने के लिए और इन सभी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए डायलिसिस करवाना होगा।

मुझे डॉक्टर की बातों पर यकीन हो गया और मैंने दुसरे दिन से ही डायलिसिस करवाना शुरू कर दिया, जिससे मुझे काफी तकलीफ तो हुई पर मैंने उसे सहन कर लिया। मुझे उस समय पूरी उम्मीद थी कि मैं डायलिसिस करवाने से जल्द ही ठीक हो जाऊंगा पर ऐसा होता नज़र नही आ रहा था। मैंने करीब 8 महीने तक हर हफ्ते दो बार डायलिसिस करवाया पर उससे मुझे कोई फायदा नहीं मिला उल्टा हालत इतनी ज्यादा खराब हो गई कि डॉक्टर्स जवाब देने लगे। डॉक्टर्स का कहना था कि अब मुझे डायलिसिस छोड़ किडनी ट्रांसप्लांट करवा लेना चाहिए, नहीं तो मैं नहीं बच सकता। लेकिन मैं इससे होने दुष्प्रभावों के बारे में काफी जानता था, जिसके कारण मैंने इसके लिए इंकार कर दिया और आगे डायलिसिस पर जीने का मन बना लिया।पर शायद भगवान को कुछ और ही मंजूर था, एक दिन मेरे एक दूर के रिश्तेदार मुझसे मिलने आए और उन्होंने मुझे के बार आयुर्वेदिक उपचार लेने की सलाह दी। मेरे रिश्तेदार ने मुझे दिल्ली के कर्मा आयुर्वेदा हॉस्पिटल से आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट लेने को कहा, साथ ही उन्होंने मुझे बताया कि यहाँ बिना डायलिसिस के ही किडनी ठीक की जाती है। मैंने उनकी बात मान ली और मैं कर्मा आयुर्वेदा हॉस्पिटल चला गया जहाँ मैं हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. पुनीत धवन से मिला। मैंने उनको अपनी सारी रिपोर्ट्स दिखाई। मेरी रिपोर्ट्स देखने के बाद डॉ. पुनीत धवन ने मुझे बताया कि मैं जल्द ही ठीक हो जाऊंगा बस समय से आयुर्वेदिक दवाएं लेनी होगी और डाइट का खास ख्याल रखना होगा।

मैंने घर जाते ही ठीक होने की उम्मीद में डॉ. पुनीत धवन की सभी बात मानते हुए दवाएं लेनी शुरू कर दी और उनका दिया हुआ डाइट प्लान भी फॉलो करना शुरू कर दिया। कर्मा आयुर्वेदा की आयुर्वेदिक दवाएं लेने से मुझे तक़रीबन महीने भर में ही अपने अंदर काफी सुधार नज़र आने लग गये जिनको देखर मैं काफी खुश था। मुझे वैसे तो सभी समस्याओं में आराम मिलने लगा था लेकिन सबसे पेशाब से जुड़ी समस्याओं में आराम मिला था। उस दौरान मैंने देखा कि अब मुझे पेशाब खुलकर आने लग गया और पेशाब करते हुए मुझे जलन भी नहीं हो रही है, यहाँ तक कि पेशाब से बदबू भी नहीं आ रही है। मैं इससे काफी खुश था और देखते ही देखते मुझे बाकी समस्याओं में भी आराम मिलने लग गया, जैसे कि अब मेरे शरीर से सूजन जाने लग गई थी जिसकी वजह से मैं ठीक से चला पा रहा था, ब्लड प्रेशर भी काबू में आने लग गया था जिसके कारण अब मुझे चक्कर नहीं आ रहे थे और मुझे उल्टियाँ आना भी बंद हो चूका था। इसके अलावा अब मुझे भूख भी ठीक से लगने लगी जिससे मैं खुद को काफी स्वस्थ महसूस कर रहा था। तेजी से इतनी सारी समस्याओं से छुटकारा मिलने के कारण कुछ ही महीनों में मेरी खराब हुई किडनी एक दम ठीक हो गई, जिसकी मैं उम्मीद भी छोड़ चूका था। आज मैं एक स्वस्थ हूँ और अब मैंने कसम खा ली है कि अब मैं कभी भी बाहर बना हुआ खाना कभी नहीं खाऊंगा, क्योंकि मैं नहीं चाहता कि अब मेरी किडनी एक बार फिर से खराब हो जाए।

Comments